Thursday, May 3, 2007

Welcome to Yahoo! Hindi: "बॉम्बे टू गोवा : अनोखा सफर"

Welcome to Yahoo! Hindi: "बॉम्बे टू गोवा : अनोखा सफर"


बॉम्बे टू गोवा : अनोखा सफर
निर्माता : हुमायूँ रंगीलानिर्देशक : राज पेंडुरकरसंगीत : नितिन शंकरकलाकार : सुनील पाल, एहसान कुरैशी, राजू श्रीवास्तव, विजय राज, टीनू आनंदजिंदगी में कई लोग ऐसे होते हैं जो काम करने के बजाय सिर्फ सपने देखना पसंद करते हैं। वे चाहते हैं कि कुछ ऐसा चमत्कार हो जाए कि वे पलक झपकते ही अमीर बन जाएँ। ‘बाम्बे टू गोवा’ में भी ऐसे दो शख्स हैं। जिनके नाम है लाल (सुनील पाल) और दास (विजय राज)। दास बस ड्रायवर है, लेकिन उसकी नौकरी छूट जाती है। वहीं लाल नए-नए धंधे शुरू करता रहता है लेकिन सिर्फ सपनों में। उसके यार-दोस्त उसे समझाते हैं कि हर धंधे की शुरुआत छोटी होती है परंतु उनकी समझ में कुछ नहीं आता है। लाल की किस्मत एक दिन चमक उठती है। वह एक प्रतियोगिता में दो लाख रुपयों का इनाम जीत जाता है। दो लाख रूपए पाते ही दोनों दोस्त सोचने लग जाते हैं कि कौन सा व्यापार शुरू किया जाए। दास ट्रेवल एजेंसी शुरू करने की सोचता है। यह आइडिया लाल को भी जम जाता है। परंतु दो लाख रूपयों में बस खरीदना तो दूर कार भी नहीं आती है। ‍दोनों चोर बाजार से पुरानी और खटारा कारों के पुर्जे खरीदकर बस बनाने की सोचते हैं। लाल दास को बस बनाने का जिम्मा दे देता है और खुद सवारी लाने की जिम्मेदारी उठाता है। दास बस बनाकर जब सवारियों के सामने लाता है तो इस अजीबोगरीब बस को देखकर सब लोग अपने पैसे वापस माँगने लगते हैं। दोनों किसी तरह स्थिति को संभालते हैं और सफर की शुरूआत होती है। फिल्म में ढेर सारे नए-पुराने हास्य कलाकार है जो हर पल दर्शकों को हँसाने की कोशिश करते हैं।
(स्रोत - वेबदुनिया)

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