Wednesday, July 30, 2008

निन्टेंडो खेल-खेल में स्टडी

Jagran - Yahoo! India - Junior
क्या आप लेफ्टिनेंट, जिम्नेजियम आदि जैसे शब्दों को लिखने में कठिनाई महसूस करते हैं या मैथ्स के प्रॉब्लम्स सॉल्व नहीं कर पाते? तो फिर आपके लिए यह खुशखबरी है कि अब इस प्रॉब्लम के कारण आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। यदि आप चाहें, तो खेल-खेल में अपनी प्रॉब्लम्स सॉल्व कर सकते हैं! दरअसल, आज तक आप जिस निन्टेंडो पर केवल वीडियो गेम का मजा लिया करते थे, अब वही गेम अंग्रेजी के डिफिकल्ट व‌र्ड्स को याद करने तथा मैथ्स के कठिन सवाल हल करने में भी आपकी मदद करेगा।
क्या है निन्टेंडो?
निन्टेंडो एक जापानी शब्द है, जिसका अर्थ है- अपने भाग्य को ऊपर वाले के भरोसे छोड दो! दरअसल, सन् 1890 में एक जापानी नागरिक फूसाजिरो यामुची निन्टेंडो नाम से प्लेइंग का‌र्ड्स यानी ताश के पत्तों का व्यवसाय किया करता था। इसके करीब नब्बे साल बाद यानी वर्ष 1980 में यामुची के पुत्रों ने निन्टेंडो नाम से ही अमेरिका में एक एंटरटेनमेंट कंपनी की स्थापना की। इस कंपनी ने कई पॉपुलर वीडियो गेम सिस्टम, जैसे-निन्टेंडो 64, निन्टेंडो गेम-क्यूब, गेम ब्वॉय एडवांस, गेम ब्वॉय, निन्टेंडो डीएस गेम कंसोल आदि को लॉन्च किया। हम यहां इन्हीं में से एक वीडियो गेम सिस्टम निन्टेंडो डीएस कंसोल के बारे में बात करेंगे।
क्या है निन्टेंडो डीएस?
निन्टेंडो डीएस हाथों में रखकर खेला जाने वाला एक गेम कंसोल (कम्प्यूटर गेम सिस्टम) है। इसकी संरचना गेम ब्वॉय एडवांस की तरह ही है। इसमें दो एलसीडी स्क्रीन लगे होते हैं, जिस में नीचे वाली स्क्रीन टच-स्क्रीन कहलाती है। निन्टेंडो डीएस में वायरलेस (वाइ-फाइ) माइक्रोफोन भी लगा होता है, जिसके सहारे 10-30 मीटर की रेंज में बैठे निन्टेंडो प्लेयर्स आपस में कनेक्ट हो सकते हैं।
इसके अलावा, निन्टेंडो प्लेयर्स ऑनलाइन भी कनेक्ट हो सकते हैं। इस गेम की सबसे बडी खासियत यही है कि सिर्फ एक गेम कार्ड से मल्टीप्लेयर्स गेम्स, जैसे कि मारियो पार्टी डीएस, मारियो कार्ट डीएस आदि खेल सकते हैं, बशर्ते कि खिलाडी 100 फीट की रेंज में बैठे हों।
कब आया निन्टेंडो डीएस कंसोल?
निन्टेंडो डीएस कंसोल सबसे पहले जापान में वर्ष 2004 में आया। इसके बाद यहां से यह कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस आदि होता हुआ वर्ष 2006 में भारत पहुंचा। शुरू में इसकी पहुंच केवल दिल्ली तथा मुंबई जैसे महानगरों में ही थी, लेकिन अब देश भर के बच्चे इससे परिचित हो चुके हैं।
क्या पढाई में है मददगार?
दरअसल, जापान में कम्प्यूटर प्रोग्राम डीएस इंग्लिश प्रोग्राम तथा डीएस मैथ्स प्रोग्राम तैयार किया गया है, जिसे निन्टेंडो डीएस कंसोल में फीड किया जाता है। इसमें एकेडेमिक स्किल को इम्प्रूव करने के लिए कई पजल्स गेम, ब्रेनटीजर्स आदि ज्ञान बढाने वाले चैप्टर्स भी उपलब्ध हैं। ये सभी पढाई में आपके मददगार हो सकते हैं।
यदि आपको अंग्रेजी के कठिन शब्दों को सही-सही लिखना है, तो यह कंसोल आपकी मदद कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप मैसेज वर्ड लिखना चाहते हैं, तो आप प्लास्टिक पेन से नीचे वाली स्क्रीन पर उस शब्द को लिखिए। आप पाएंगे कि यदि आपने गलत टाइप किया है, तो उसके स्थान पर सही वर्ड खुद-ब-खुद स्क्रीन पर आ जाएगा। साथ ही, आप मशीन से वर्ड की सही स्पेलिंग की आवाज भी सुन सकते हैं। इसी तरह, स्क्रीन पर मैथ्स के प्रॉब्लम्स लिखने के बाद
आप उसका सही हल भी पा सकते हैं।
क्या है पिक्टो चैट?
यदि तीन-चार यूजर्स 30 फीट के लोकल वायरलेस रेंज में निन्टेंडो डीएस की सहायता से पढाई कर रहे हैं, तो वे आपस में इंटर-कनेक्ट भी हो सकते हैं। यूजर्स टचस्क्रीन अथवा की-बोर्ड की सहायता से टेक्स्ट या पिक्चर ड्रा कर सकते हैं। इसमें चार चैटरूम ऑप्शन बने होते हैं, जिससे कि लगभग 16 निन्टेंडो यूजर्स कनेक्ट हो सकते हैं।
पॉवर कट का प्रभाव
याद रहे, निन्टेंडो डीएस में डीएस डाउनलोड सिस्टम की सुविधा भी उपलब्ध होती है। दरअसल, इस सिस्टम की मदद से बाजार में लॉन्च हुए नए डीएस गेम को डाउनलोड किया जाता है। लेकिन इसमें समस्या यह आती है कि पॉवर कट होने के बाद डाउनलोड किया गया गेम इरेज हो जाता है।
(जागरण इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड
मास कम्युनिकेशन के डायरेक्टर
जे. आर. शरण
से बातचीत पर आधारित)
स्मिता
www.visli.com

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